विकासखंड में कृषि विभाग द्वारा बोई जाने वाली अनुमानित फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में फर्टिलाइजर की व्यवस्था कर ली है। कृषि विभाग में संभावित बोई जाने वाली फसल के दावे के आधार पर शासन से मांग कर ली थी। इस खाद का 60 प्रतिशत भाग किसानों तक पहुंचा दिया गया है। 40 प्रतिशत भाग अभी भी निजी विक्रेता और समितियों के पास भंडारित है।
सिवनी मालवा क्षेत्र में फसल क्षेत्र के अनुसार कृषि विभाग के अनुसार अनुमानित 65000 हेक्टेयर में गेहूं बोया जाना है। इस फसल के लिए विभाग ने डीएपी 11000 मीट्रिक टन, एमपी के 22 मीट्रिक टन, सुपर फास्फेट 15100 मीट्रिक टन, पोटाश की 500 मीट्रिक टन की मांग की थी। इसी तरह यह भी संभावना जताई जा रही है कि क्षेत्र में चना करीब 1000 हेक्टेयर रकबा में बोया जाना है। मक्का 300 हेक्टेयर में जाना है। क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर अन्य फसलें होती हैं। कृषि विभाग सिवनी मालवा के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी संजय पाठक ने बताया सिवनी मालवा क्षेत्र में संभावित होने वाली फसल और फसलों में लगने वाले फर्टिलाइजर को ध्यान में रखते हुए यह मांग की गई है। जो संभवत पर्याप्त मात्रा में है। जिन किसानों को फर्टिलाइजर की आवश्यकता हो तो वे शासकीय मापदंड के अनुसार फर्टिलाइजर प्राप्त कर सकते हैं। ग्रामीण कृषि विस्तार विस्तार अधिकारी एचएस सराठे ने अतिवृष्टि और क्षेत्र की कृषि भूमि के अध्ययन के बाद किसानों को सलाह दी है कि वे जो भी फसल बो रहे हैं पहले बीज उपचार करें और साथ ही भूमि का उपचार भी करें। जो किसान बीज उपचार और भूमि उपचार पर ध्यान देंगे आने वाले समय में रोगाणु मुक्त फसल ले सकेंगे।
किसानों को खाद आपूर्ति के लिए कृषि विभाग ने की चाक-चौबंद व्यवस्था